Hatheli samne rakhna,
Ke sub anso girein us mein,
Jo ruk jain hoonton par,
Samaj jana ke wo main hun....
Kabhi jo chand ko dekho,
To tum yun muskura dena,
Jo chal jaye hawa thandi,
Samaj jana ke wo main hun....
Jo Ziyada yaad aaon main,
To tum roo lena jee bhar ke,
Agar hichki koi aai,
Samaj jana ke wo main hun....
Agar tum bhoolna chaho,
Mujhey shayad bhula do tum,
Magar jab saans lena tum,
Samaj jana ke wo main hun....
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Monday, October 19, 2009
Sunday, October 18, 2009
Wednesday, September 2, 2009
टूट जाते है गरीबो के रिश्ते जो दिले खास होते है
दुश्मन भी दोस्त बन जाते है जब पैसे पास होते है
दिल में थी महोबत फिर भी अफसाना न बना सके
दरखत के हर पते से थी मेरी दोस्ती , फिर भी आशियाना न बना सके
ये तो वक्त वक्त की बात है जब वक्त का जोर चल जाता है
तो कमजोर से कमजोर का भी तीर चल जाता है
बफा हमेशा जिन्दा रहेगी ,
मगर कुते से शर्मिंदा रहेगी
रगों में दोड़ने फिरने के हम नहीं कायल,
जो आंख ही से न टपके वो लहू क्या है
थक कर गीरे मरुस्थल में और जाम आ जाये
उसी को खुदा कहते है, जो मुसीबत में काम आ जाए
दुश्मन भी दोस्त बन जाते है जब पैसे पास होते है
दिल में थी महोबत फिर भी अफसाना न बना सके
दरखत के हर पते से थी मेरी दोस्ती , फिर भी आशियाना न बना सके
ये तो वक्त वक्त की बात है जब वक्त का जोर चल जाता है
तो कमजोर से कमजोर का भी तीर चल जाता है
बफा हमेशा जिन्दा रहेगी ,
मगर कुते से शर्मिंदा रहेगी
रगों में दोड़ने फिरने के हम नहीं कायल,
जो आंख ही से न टपके वो लहू क्या है
थक कर गीरे मरुस्थल में और जाम आ जाये
उसी को खुदा कहते है, जो मुसीबत में काम आ जाए
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